खुद को अपडेट रखे नय आइडियाज को अपनाते रहें। क्यों कि....
1:- लोग PCO के धंधे से अमीर हुए थे पर मोबाइल क्रांति ने PCO खत्म कर दिया ?
2:- लोग टैक्सी यूनियन बना कर एक वक्त मनमानी करते थे। ओला उबर ने उनको सबक सिखा दिया?
3:- होटल्स इंडस्ट्री ने बहुत लूटा मगर oyo ने औकात पे ला दिया।
4:- नोकिया जो मार्किट का राजा था एंड्राइड समय से ना अपनाने की वजह से मार्किट के बाहर हो गया।
5:- डाक टेलीग्राम सब ईमेल sms ने खत्म कर दिए।
7:- कोडेक फुजि ने डिजिटल कैमरों को नकार कर खुद आत्महत्या कर ली।
8:- दुकान वाले ट्रेडिशनल व्यापारी से और फ्लिपकार्ट ऐमज़ॉन बहुत आगे तक कि सोच रखते है। सस्ता और कई वेरिएंट का माल भी।
1:- लोग PCO के धंधे से अमीर हुए थे पर मोबाइल क्रांति ने PCO खत्म कर दिया ?
2:- लोग टैक्सी यूनियन बना कर एक वक्त मनमानी करते थे। ओला उबर ने उनको सबक सिखा दिया?
3:- होटल्स इंडस्ट्री ने बहुत लूटा मगर oyo ने औकात पे ला दिया।
4:- नोकिया जो मार्किट का राजा था एंड्राइड समय से ना अपनाने की वजह से मार्किट के बाहर हो गया।
5:- डाक टेलीग्राम सब ईमेल sms ने खत्म कर दिए।
7:- कोडेक फुजि ने डिजिटल कैमरों को नकार कर खुद आत्महत्या कर ली।
8:- दुकान वाले ट्रेडिशनल व्यापारी से और फ्लिपकार्ट ऐमज़ॉन बहुत आगे तक कि सोच रखते है। सस्ता और कई वेरिएंट का माल भी।
आज के आधुनिक युग में ये चमत्कार से कम नही है कि
कुछ कंपनी जो प्रति मिनिट कमाई कर रही है।
अमेज़ॉन $ 483,333/मिनट
Apple $ 410,000 / मिनट
Google $ 296,667 / मिनट
Microsoft $ 256,667 / मिनट
आईबीएम $ 146,520 / मिनट
फेसबुक $ 128,333 / मिनट
नेटफ्लिक्स $ 38,333 / मिनट
उबेर $ 24,420 / मिनट
शुरुआत में लगभग सभी कंपनियों के आईडिया को जनता ने नकार दिया था मगर आज इन्होंने बिज़नेस के तरीकों को बदल दिया है। और बता दिया है कि इंसान के अंदर की ज़रूरत को पहचान कर उसके दिल से होते हुए मार्किट पर कैसे कब्ज़ा किया जा सकता है। कैसे अपने ब्रांड को लोगों का स्टेटस बनाया जा सकता है। कैसे मार्किट का राजा बना जाता है।
कुछ कंपनी जो प्रति मिनिट कमाई कर रही है।
अमेज़ॉन $ 483,333/मिनट
Apple $ 410,000 / मिनट
Google $ 296,667 / मिनट
Microsoft $ 256,667 / मिनट
आईबीएम $ 146,520 / मिनट
फेसबुक $ 128,333 / मिनट
नेटफ्लिक्स $ 38,333 / मिनट
उबेर $ 24,420 / मिनट
शुरुआत में लगभग सभी कंपनियों के आईडिया को जनता ने नकार दिया था मगर आज इन्होंने बिज़नेस के तरीकों को बदल दिया है। और बता दिया है कि इंसान के अंदर की ज़रूरत को पहचान कर उसके दिल से होते हुए मार्किट पर कैसे कब्ज़ा किया जा सकता है। कैसे अपने ब्रांड को लोगों का स्टेटस बनाया जा सकता है। कैसे मार्किट का राजा बना जाता है।
तो दोस्तों अब यही MLM इंडस्ट्री के साथ होने जा रहा है। अगर आपको अमेज़ॉन, गूगल, एप्पल जैसा अमीर कामियाब बनना है तो खुद को बदलना होगा टेक्नोलॉजी को स्वीकार करना होगा।
हमारी नाकामयाबी के प्रमुख कारण :-
1:- हमें अनजाने में ऐसी कंपनी में घुसा दिया है जिसका ना तो कोई विज़न है ना कोई प्लानिंग है। उसके मालिक का हाज़मा कुछ करोड़ में ही खराब हो जाता है। और वो बीमार कंपनी को छोड़ कर चला जाता है ।
2:- MLM कंपनी बेस्ट बनती है 4 चीजों से
a प्रोडक्ट पैकेज बेस्ट हो अफोर्डेबल हो वैल्यू फ़ॉर मनी हो।
b मार्केटिंग प्लान बेस्ट हो और आसान हो जिसे कोई भी बता सके।
c आपको जो स्पांसर कर रहा है उसकी नॉलेज अचीवमेंट हो किस तरह के लोग उस कंपनी में है क्या टेक्नोलॉजी है बिज़नेस की ?
d उस कंपनी के मालिक कौन है क्या बैकग्राउंड है क्या नॉलिज है क्या नियत है? मैनेजमेंट कैसा है। स्टाफ में कैसे कितने पढ़े लिखे लोग है।
ये चारों पॉइंट बहुत ज़रूरी है।
कंपनी एक बस की तरह है और CMD इंजन की तरह अगर इंजन पावरफुल नही हुआ तो मंज़िल तक नही पहुचायेगा। अपलाइन ड्राइवर की तरह होता है नॉलिज नही होगी तो भी बस ठोक देगा। बस आपकी ज़िंदगी मे एक मकसद एक मंज़िल हो ऐमज़ॉन गूगल एप्पल या नीम हकीम या पंसारी या पुरचुनि वाला। कुछ भी बनने के लिए या जो भी आप चाहें।
हमारी नाकामयाबी के प्रमुख कारण :-
1:- हमें अनजाने में ऐसी कंपनी में घुसा दिया है जिसका ना तो कोई विज़न है ना कोई प्लानिंग है। उसके मालिक का हाज़मा कुछ करोड़ में ही खराब हो जाता है। और वो बीमार कंपनी को छोड़ कर चला जाता है ।
2:- MLM कंपनी बेस्ट बनती है 4 चीजों से
a प्रोडक्ट पैकेज बेस्ट हो अफोर्डेबल हो वैल्यू फ़ॉर मनी हो।
b मार्केटिंग प्लान बेस्ट हो और आसान हो जिसे कोई भी बता सके।
c आपको जो स्पांसर कर रहा है उसकी नॉलेज अचीवमेंट हो किस तरह के लोग उस कंपनी में है क्या टेक्नोलॉजी है बिज़नेस की ?
d उस कंपनी के मालिक कौन है क्या बैकग्राउंड है क्या नॉलिज है क्या नियत है? मैनेजमेंट कैसा है। स्टाफ में कैसे कितने पढ़े लिखे लोग है।
ये चारों पॉइंट बहुत ज़रूरी है।
कंपनी एक बस की तरह है और CMD इंजन की तरह अगर इंजन पावरफुल नही हुआ तो मंज़िल तक नही पहुचायेगा। अपलाइन ड्राइवर की तरह होता है नॉलिज नही होगी तो भी बस ठोक देगा। बस आपकी ज़िंदगी मे एक मकसद एक मंज़िल हो ऐमज़ॉन गूगल एप्पल या नीम हकीम या पंसारी या पुरचुनि वाला। कुछ भी बनने के लिए या जो भी आप चाहें।
ज़िंदगी के सफर की तरह MLM का भी सफर होता है। सबसे पहले ये तय करना कि पहुचना कहाँ है। बिना लक्ष्य के ज़िंदगी भटक सकती है रास्तों पर, मगर मंज़िल पर नही पहुच सकती। इस लिए मंज़िल का होना बहुत ज़रूरी है सफर के लिए।
अगर आप एप्पल गूगल ऐमज़ॉन जैसी मंज़िल पर जाना चाहते है तो फिर उस सवारी में बैठिए जो वहाँ तक पहुचाती हो। ऐप्पल गूगल फेसबुक ने जो जो मुश्किलें उठाई है सफर में वो सब आप को भी मिलेंगी। जो जो रिस्क उन्होंने लिए वो रिस्क भी आपको उठाने ही होंगे।
अगर आपकी मंज़िल झुमरीतलैया है तो उस सवारी में बैठिए वो आपको पहुचा देगी। क्यों कि आपकी मंज़िल ही तय करेगी कि आपको किस सवारी में सवार होना है।
अक्सर हम भूल ये करते है कि किसी ऑटो ड्राइवर से ये उम्मीद करते है कि वो हवाईजहाज़ उड़ा लेगा। भले ही ऑटो ड्राइवर पायलट की ड्रेस पहन लें वो हवाईजहाज़ नही उड़ा सकता। अगर मंज़िल दूर है ऊंचाई पर है तो पायलट के साथ सफर करना होगा।
3:- हम बहुत लेट फैसला करते है। जब तक चिड़िया खेत चुग जाती है आप गिरे हुए दाने ही बीनते रहजाते हो। सही समय पर लिया हुआ फैसला ही कामियाब करता है। आइस क्रीम सामने रख कर इतना सोचते है कि बाद में वो ना खाने लायक रहती है ना पीने लायक।
5:- उछल कूद लीडर्स के साथ ये समस्या रहती है कि वो दूसरों के पेआउट देख कर खुशी से उछलने लगते है जब कुछ दिनों में हकीकत पता चलती है तो खुद कर दूसरी कंपनी में चले जाते है।
6:- ऐसे लोग जो करना तो बहुत कुछ चाहते है मगर उनके कम कोई दूसरा कर दे। वो खुद कुछ नही करेंगे।
7 :- कुछ लोग डर डर कर जीते है। और अक्सर दूसरों से सलाह लेते है जबकि सलाह देने वाला खुद में कुछ भी नही होता मगर सलाह लम्बी लम्बी देता है। आपका जीवन आपके हाथ मे होता है दूसरे के हाथ मे नही।
दुनिया मे कोई दो कहानी एक जैसी नही हो सकती। दुनिया में केवल आपकी ही कहानी सबसे दर्दनाक है। क्यों कि अपने उस कहानी को जिया है। दूसरों की तरह सुना या देखा नही।
"आखरी एक दिन मरना सबको है। पर याद वो रहेंगे जो जीकर मारे। वो नही जो मर मर कर जिये" by किंग बाबा हारूनी 😂😂😂😂😂
अगर आप एप्पल गूगल ऐमज़ॉन जैसी मंज़िल पर जाना चाहते है तो फिर उस सवारी में बैठिए जो वहाँ तक पहुचाती हो। ऐप्पल गूगल फेसबुक ने जो जो मुश्किलें उठाई है सफर में वो सब आप को भी मिलेंगी। जो जो रिस्क उन्होंने लिए वो रिस्क भी आपको उठाने ही होंगे।
अगर आपकी मंज़िल झुमरीतलैया है तो उस सवारी में बैठिए वो आपको पहुचा देगी। क्यों कि आपकी मंज़िल ही तय करेगी कि आपको किस सवारी में सवार होना है।
अक्सर हम भूल ये करते है कि किसी ऑटो ड्राइवर से ये उम्मीद करते है कि वो हवाईजहाज़ उड़ा लेगा। भले ही ऑटो ड्राइवर पायलट की ड्रेस पहन लें वो हवाईजहाज़ नही उड़ा सकता। अगर मंज़िल दूर है ऊंचाई पर है तो पायलट के साथ सफर करना होगा।
3:- हम बहुत लेट फैसला करते है। जब तक चिड़िया खेत चुग जाती है आप गिरे हुए दाने ही बीनते रहजाते हो। सही समय पर लिया हुआ फैसला ही कामियाब करता है। आइस क्रीम सामने रख कर इतना सोचते है कि बाद में वो ना खाने लायक रहती है ना पीने लायक।
5:- उछल कूद लीडर्स के साथ ये समस्या रहती है कि वो दूसरों के पेआउट देख कर खुशी से उछलने लगते है जब कुछ दिनों में हकीकत पता चलती है तो खुद कर दूसरी कंपनी में चले जाते है।
6:- ऐसे लोग जो करना तो बहुत कुछ चाहते है मगर उनके कम कोई दूसरा कर दे। वो खुद कुछ नही करेंगे।
7 :- कुछ लोग डर डर कर जीते है। और अक्सर दूसरों से सलाह लेते है जबकि सलाह देने वाला खुद में कुछ भी नही होता मगर सलाह लम्बी लम्बी देता है। आपका जीवन आपके हाथ मे होता है दूसरे के हाथ मे नही।
दुनिया मे कोई दो कहानी एक जैसी नही हो सकती। दुनिया में केवल आपकी ही कहानी सबसे दर्दनाक है। क्यों कि अपने उस कहानी को जिया है। दूसरों की तरह सुना या देखा नही।
"आखरी एक दिन मरना सबको है। पर याद वो रहेंगे जो जीकर मारे। वो नही जो मर मर कर जिये" by किंग बाबा हारूनी 😂😂😂😂😂
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